Friday, 27 June 2014

चचेरी बहन के अंगों का परम सुख

आज मैं आपकोअपनी चचेरीबहन की चुदाईकी कहानीसुनाने जा रहाहूँ जिसकेसाथ मैंनेबरसों पहले कामुकसंबंद जोड़ेरखें थे | हमारेसम्बन्ध के बारेमें किसी कोभी खबर नहींथी क्यूंकिहम हमेशाकहीं चुपछुप कर यहसब किया करतेथे | दोस्तोंमेरी चचेरीबहन ही एकरंडी के सुखका काम करनेलगी थी | मैंनेयूँ कई लड़कियों की चुत कोपेला था परआखिरकार वो सुखऔर आनंद मुझेअपनी चचेरीबहन की चुतचुदाई के साथमिला करता था| दोस्तों मैं आपकोअपनी हाल हीमें हुई चुद्याई के बारे बतानेजा रह हूँजब मैं उससेखाशतौर पर मिलनेके लिए उसकेशहर गया हुआथा | वो नौकरीकरती थी इसीलिए उसने अपना कमरालिया हुआ थाजहाँ वो अकेलीही रहा करतीथी |

हम अकेलेपनमें खूब मज़ेलिया करते थेऔर आज भीऐसा ही कुछअवसर मिल गयाथा | उसने मेरास्वागत पूरी नंगीहोकर किया जिससेपहली मुलाकातमें मेरे लंडने सलामीदे दी | मैंअब आगे बढतेहुए उसे अपनीबाहों में लेलिया और उसेबिस्तर पर उठाले और वहीँनर्मिले होठोंको चूसतेहुए उसके मम्मों को मसलतेहुए चूसा| मैंने उसकी पुरानी यादगार चुत मसलतेहुए अपने लंडके नीचे लेआया | अब मैंनेउसकी चुत मेंलंड को घुसेड़ते हुए बेहिसाबझटके देता हीचला गया | मैं अपनी चचेरीबहन की एकघनटे तक जोरदार चुदायी करता हुआपूरी तरह सेथक चूका थाऔर उसकी चुतको चाटतेहुए मैं घोड़ीबना दिया|

जब वो घोड़ीबन गयी तोउसकी नंगी गांडमेरे सामने चुकी थीजिसपर मैं अपनीजीभ फिरान से खुदको रोक नहींपाया उसकी गांडमें ऊँगलीकि गिनतीबढाते हुए अंदरधंसाने लगा | वो दर्द सेचिल्ला रही थीपर मैं मैंनेउसकी एक नासुनी | मैंनेगिनती बढातेहुए उसकी गांडमें लगभग अपनीऊँगली को थूकलगाते हुए डालआगेपीछे करनेलगा | मैंनेफिर अपने लंडको बहार निकालओर उसका सुपाडे पर उसकी चुतकि मलाई लगातेहुए उसकी गांडपर टिका दिया| मैंने तभी एकदम उसके जोरदार धक्का मारा जिससेमेरा लंड एकबार में उसकीगांड को चीरताहुआ अंदर कोबढ़ चला |


मेरी चचेरीबहन दर्द सेचिल्ला रही थीऔर इस बारवो चिल्लातेपर मैंनेहर बार कीतरह उसके दर्दको नज़रंदाज़कर दिया क्यूंकि मुझे मालुमथा की दर्दके बाद हियास्ली कामुकमज़ा आता है| कुछ देर इसीतरह दादर भरीचुदाई चलती चलीक्यूंकि मैं काफीसमय बाद उसकीगांड को चोदरहा था | धीरेधीर जब उसकीगांड को मेरेघुसते हुए लंडकी आदत होचली तो उसकादर्द भी हवाहो चला औरवो अब तोखुद ही सीत्कारें लेती हुई अपनीगांड को कसकेचोदने लिए मुझपरजोरजोर सेचिलला रही थी| मैंने अपनी चचेरीबहन की गांडको भी आधेघंटे तक चोदाऔर आकहिरमें निढालहोते हुए उसेअपने मुठ सेनिहला दिया औरउसकी चुत केपानी को पिताहुआ वहीं लेटगया |

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